कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस (साभार फाइल फोटो) |
Saturday, September 2, 2017
बिहारः क्यों टूट के दरवाजे पर खड़ी है कांग्रेस
Thursday, August 31, 2017
बिहारः नीतीश कुमार बनेंगे भारत के उपप्रधानमंत्री!
पीएम मोदी और नीतीश (साभार फाइल फोटो) |
Monday, August 28, 2017
बिहारः लालू की रैली में जुटी भीड़ क्या उन्हें वोट भी देगी
लालू की रैली में जुटी भीड़ (साभार फाइल फोटो) |
Saturday, August 26, 2017
बिहार: थके-हारे नेताओं के बूते पटना रैली में तेजस्वी का कद बढ़ाएंगे लालू
लालू की रैली की होर्डिंग (साभार फाइल फोटो) |
Thursday, August 10, 2017
बिहारः क्या नीतीश का विकल्प बनकर उभरेंगे शरद यादव
शरद यादव व नीतीश कुमार (साभार फाइल फोटो) |
बिहार में जदयू का राजद-कांग्रेस के महागठबंधन से अलग होकर भाजपा के साथ जाना वरिष्ठ नेता शरद यादव को नहीं भाया. वे इसका विरोध कर चुके हैं. वे नीतीश के फैसले के तुरंत बाद कांग्रेस समेत कुछ कम्युनिस्ट नेताओं से मिले और और अपनी राय रखी. हालांकि उन्होंने लालू के उस आमंत्रण को भी खारिज कर दिया जिसमें उन्हें राजद में शामिल होने का न्योता मिला था. शरद यादव फिलहाल बिहार में हैं और वे सारण जिले के सोनपुर से मुजफ्फरपुर, दरभंगा और मधुबनी होते हुए अपने चुनाव क्षेत्र मधेपुरा तक की सड़क मार्ग से यात्रा कर रहे हैं. दरअसल इस यात्रा के माध्यम से वे अपने जनाधार को भांपना चाहते हैं. वे यह भी जांचना चाहते हैं कि जदयू के इस फैसले के बाद कौन-कौन से नेता और आम लोगों की कितनी भीड़ उनके साथ आती हैं. उनके मन में विपक्ष में रहते हुए, नीतीश जो विरासत छोड़ गए, उस पर कब्जा करने की इच्छा है.
Tuesday, August 1, 2017
बिहारः शरद यादव और उपेंद्र कुशवाहा के बूते नीतीश-मोदी से लड़ेंगे लालू
शरद यादव व लालू (साभार फाइल फोटो) |
Thursday, July 27, 2017
बिहारः नीतीश के पाला बदलने के बाद क्या टूटेगा जदयू !
शरद यादव (साभार फाइल फोटो) |
नीतीश कुमार के महागठबंधन से निकलकर एनडीए में शामिल होने के बाद जदयू में फूट की आशंका जताई जा रही है. अली अनवर और शरद यादव के नेतृत्व में असंतुष्ट विधायकों की बैठक दिल्ली में बुलाए जाने की संभावना जताई जा रही है. इसको देखते हुए नीतीश कुमार ने इस्तीफे के तुरंत बाद भाजपा के साथ सरकार बनाने का दावा कर दिया था. रातो-रात शपथ ग्रहण का समय तय कर दिया गया. गुरुवार की सुबह नीतीश और सुशील मोदी ने शपथ ले भी ली. उधर, पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव लगातार नीतीश और भाजपा पर हमले कर रहे हैं. उन्होंने राज्यपाल की भूमिका पर भी टिप्पणी की है. सत्ता जाने से बौखलाए राजद के पास जदयू को तोड़ने की कोशिश के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है. उधर, जदयू भी खामोश नहीं बैठी है. टूट या तोड़ने की खबर के पीछे दरअसल नेताओं के व्यक्तिगत नफे-नुकसान की भावना भी काम कर रही है.
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