Wednesday, April 26, 2017

निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाएगी बिहार सरकार

निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ आंदोलन करते अभिभावक और बच्चे  (साभार फाइल फोटो)
निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगने की उम्मीद जगी है। बिहार सरकार ने अभिभावकों और स्वयंसेवी संगठनों के बढ़ते दबाव की वजह से देश के दूसरे राज्यों की तरह यहां भी निजी स्कूलों को कानूनी दायरे में लाने का फैसला किया है। शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। फिलहाल तमिलनाडु, कर्नाटक, दिल्ली और राजस्थान जाकर शिक्षा विभाग के अधिकारी वहां के कानूनों का अध्ययन करेंगे। उनकी रिपोर्ट के आधार पर बिहार में भी निजी स्कूलों पर नकेल कसने के लिए कानून बनाए जाएंगे। 

बिहार में निजी स्कूलों का शोषण साल दर साल बढ़ता जा रहा है। स्कूल हर साल किताबें बदल देते हैं। यूनीफॉर्म अपनी बताई दुकान से खरीदवाते हैं। किताबें और स्टेशनरी खुद बेचते हैं। हर साल री एडमिशन करते हैं। फीस के नाम पर हर महीने अलग-अलग ढंग से अभिभावकों का शोषण करते हैं। लेकिन इनकी मनमानी रोकने में सरकार असमर्थ दिखती है। इसके कई कारण हैं। हालांकि सीबीएसई ने स्कूलों में किताबें और स्टेशनरी बेचने को गलत कहा है। लेकिन कोई बड़ी कार्रवाई निजी स्कूलों पर कभी नहीं होती है। इससे इनका मन बढ़ा रहता है।

बिहार में सरकारी स्कूलों की स्थिति खस्ताहाल है। स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। वहां शिक्षा की गुणवत्ता अच्छी नहीं है। दूसरी तरफ निजी स्कूल खुद को व्यवस्थित बनाए रखते हैं। उनके यहां शिक्षा की गुणवत्ता भी सरकारी स्कूलों के मुकाबले अच्छी है। लेकिन वे इसकी बड़ी कीमत अभिभावकों से वसूलते हैं। स्थिति यह है कि एक छोटे बच्चे को पढ़ाने के लिए भी आदमी को अपने घर के बजट में बड़ी कटौती करनी पड़ती है। गरीब और कम आय के लोग तो अपने बच्चों को निजी स्कूल में पढ़ा ही नहीं सकते हैं। बिहार सरकार ने निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के एडमिशन के लिए कुछ सीटें रिजर्व करने का प्रावधान किया था। लेकिन स्कूल उनका पालन करने में भी हिचकिचाते हैं। ऐसे में अगर सरकार निजी स्कूलों की मनमानी पर नकेल कसने के लिए कोई कानून लाती है तो यह स्वागत योग्य कदम होगा। लेकिन केवल कानून के भरोसे इस समस्या का समाधान होने वाला नहीं है। सरकार को दृढ़ इच्छाशक्ति दिखानी होगी। बिना किसी भेदभाव के कार्रवाई सुनिश्चित करनी होगी। स्कूल चाहे किसी नेता का हो या बड़े रसूखवाले का, मनमानी पर कड़ी कार्रवाई करने की हिम्मत दिखानी होगी।



No comments:

Post a Comment