Tuesday, July 18, 2017

उपराष्ट्रपति चुनावः गोपाल कृष्ण गांधी को मात देंगे वेंकैया नायडू !

वेंकैया नायडू, एनडीए के उपराष्ट्रपति प्रत्याशी (साभार फाइल फोटो)
उपराष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी वेंकैया नायडू मजबूत और एकजुट विपक्ष के साझा प्रत्याशी गोपाल कृष्ण गांधी को मात दे सकते हैं. भाजपा ने इसके लिए रणनीति बना ली है. उसने दक्षिण के राज्य आंध्र प्रदेश से उम्मीदवार चुना है. उसे उम्मीद है कि दक्षिण में विपक्ष के कई सांसदों को वह वेंकैया के नाम पर लुभा लेगी. वेंकैया नायडू राष्ट्रपति प्रत्याशी रामनाथ कोविंद की तरह ही साफ-सुथरी छवि और भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता माने जाते हैं. वे राज्यसभा में लगातार कई टर्म चुनकर जाते रहे हैं. इसलिए वे सरकार के अल्पमत वाले इस सदन को बेहतर ढंग से चला सकते हैं. उधर, विपक्ष के उम्मीदवार गोपाल कृष्ण गांधी महात्मा गांधी के पौत्र हैं. वे भी साफ-सुथरी छवि के नेता माने जाते हैं.

गोपाल कृष्ण गांधी, विपक्ष के उपराष्ट्रपति प्रत्याशी (साभार फाइल फोटो)
उपराष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव में केवल लोकसभा और राज्यसभा के सांसद ही वोटिंग करते हैं. इस लिहाज से देखें तो दो दोनो सदनों को मिलाकर वोटरों की कुल संख्या 790 है. इनमें से 410 सांसद भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के हैं. भाजपा को यह उम्मीद है कि उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए एक रहेगा. इतना ही नहीं वह मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व वाले सपा के धड़े की तरह कई पार्टियों के सांसदों की क्रॉस वोटिंग की उम्मीद भी कर रही है. 

उधर, विपक्ष को लगता है कि उसने महात्मा गांधी के पौत्र गोपाल कृष्ण गांधी को मैदान में उतार कर भाजपा के समक्ष इस चुनाव में बड़ी चुनौती पेश की है. उसे उम्मीद है कि विपक्ष इस चुनाव में एकजुट रहकर गांधी को वोट करेगा. बल्कि उससे भी आगे बढ़कर उसे यह लगता है कि गांधी के वंशज होने की वजह से एनडीए के कई सांसद भी गोपाल कृष्ण गांधी को वोट देंगे. पक्ष और विपक्ष के दावों के बीच देखना होगा कि कौन अगला उपराष्ट्रपति बनता है.



1 comment:

  1. गोपाल कृष्ण गांधी को आपने साफ-सुथरी छवि वावा नेता कैसे बता दिया ? मैने नेता के रुप में कभी जाना ही नहीं, वो तो मोहन दास करमचन्द गांधी जी के केयर आफ से ही जाने जा रहें हैं.
    अगर साफ-सुथरी छवि के रुप में आपने उनका परिचय दिया है तो बताइए कि वो आतंकवादी याकूब मेनन के पक्ष में क्यों आ गए ? जेएनयू में भारत विरोधी तेवर दिखाने वालों के बीच जाकर, उनके समर्थन करने वाली बात करने वालों के समर्थन में कैसे आ गए ?

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